पोते राजा आए

भजन-1  पोते राजा आए
मेरे अंगना में पोते राजा आये बहारों बोलो जयकारा
तन-मन-नैना हर्षाए बहारों बोलो जयकारा-

1.धरती झूमे अंबर झूमे सागर खुश हो नभ को चूमे
उपवन ने सुमन महकाए बहारों बोलो जयकारा-मेरे अंगना में----------------

2.झूम रही है डाली-डाली मस्ती में होकर मतवाली
कोयल ने गीत सुनाए बहारों बोलो जयकारा-मेरे अंगना में----------------

3.धन्यवाद लाखों प्रभु तेरे तूने काज संवारे मेरे
किस्मत-तारे चमकाए बहारों बोलो जयकारा-मेरे अंगना में----------------

4.यों ही कृपा करते रहना बल-बुद्धि-विद्या देते रहना
हम तेरी शरण में आए बहारों बोलो जयकारा-मेरे अंगना में----------------

(तर्ज़-अपनी करुणा का जाम पिलादे मैय्याजी तेरी जय होवे----------------)


भजन-2 खुशियां मनाओ सब आज
खुशियां मनाओ सब आज मिलके खुशियां मनाओ सब आज
प्रभु ने बनाए सब काज मेरे प्रभु ने बनाए सब काज-

1.मेरे घर में पोता आया(2)मेरा तन-मन है हर्षाया(2) कि प्रभुजी के गुण गाएंगे(2)सब मिलके-

2.आई वेला प्यारी-प्यारी(2) मह्की मेरी फुलवारी(2) कि प्रभुजी के गुण गाएंगे(2)सब मिलके-

3.प्रभु ने मेरी आस पुजाई(2) मैंने प्रेम की जोत जलाई(2) कि प्रभुजी के गुण गाएंगे(2)सब मिलके-

4.प्रभु बल-बुद्धि-विद्या देंगे(2)सद्गुण-भंडार भरेंगे(2) कि प्रभुजी के गुण गाएंगे(2)सब मिलके-

(तर्ज़-होई है दयाल मेरी मां कि करती सबको निहाल मेरी मां----------)


भजन-3 प्रभुजी ने कृपा करदी
प्रभुजी ने कृपा करदी खुशी से मेरी झोली भरदी
आशा पूरी करदी खुशी से मेरी झोली भरदी-

1.आज खुशी का पल है आया नज़र महर की करदी खुशी से मेरी झोली भरदी-प्रभुजी ने कृपा करदी-----------

2.मेरे अंगना पोता आया अंगना में रौनक करदी खुशी से मेरी झोली भरदी-प्रभुजी ने कृपा करदी-----------

3.चारों ओर बहारें छारईं आनंद-बरखा करदी खुशी से मेरी झोली भरदी-प्रभुजी ने कृपा करदी-----------

4.धन्यवाद प्रभुजी का करलें दुनिया जगमग करदी खुशी से मेरी झोली भरदी-प्रभुजी ने कृपा करदी-----------

(तर्ज़-मां के नाम का प्याला पिएगा कोई मतवाला----------)

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