समय बहुत ही है अनमोल
| संबंध सुहाना है
| नियत समय पर होता है
| पानी जीवनदाता है
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अब सावन को आने दो
| गीत खुशी के गाता रहे
| इन्द्रधनुष था हाथ में आया
| पॉल्यूशन का सॉल्यूशन
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थोड़ा और जी लूं
| भूल न जाना बहिना को
| रोको अन्याय के धारों को
| स्वाइन फ्लू से त्राण दिलाओ
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भुलाए नहीं भूलतीं वे मधुर-स्मृतियां
| मुस्कुराओ-मुस्कुराओ-मुस्कुराओ
| जब वह मुझसे भी आगे निकल गई
| आनंद-फल का मधुरस पी लो
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संत मिले कोई ऐसा
| उस रोज़ दिवाली होती है
| कविता, जादू है... पहेली है…
| जीवन को सफल बनाते हैं
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जिस ओर नज़र जाए, बस प्रेम-तराना है
| आत्मजा
| ऐसे ही बनते होंगे मुहावरे
| जादुई एसएमएस का कमाल
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तू जीरो बनके देख जरा
| मुझे गीत वसंत का गाने दो
| हम भी खुश हो झूमेंगे
| भक्तों को नहीं भुलाते हैं
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खिले गुलाब सा वह चेहरा याद है
| नारी, तुम्हें अबला कहा जाता है
| महिला दिवस पर विशेष कविताः अघरा
| शक्ति की देवी दुर्गे
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जब बहू ने दिल जीत लिया
| याद है वह अनमोल उपहार
| और अब मैं भी ऐसा ही करती हूं
| मन के गुलशन में बहार आ गई
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ताकि फिर मिल सकें पानी की भरपूर सौगातें
| बच्चों की मधुर यादें
| सुख की वर्षा
| इनाम की अठन्नी
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सूरज के सम दमको प्यारे
| पुनर्जन्म
| मौजां-ही-मौजां
| भाई भुल्लक्ड़राम
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प्रार्थना
| सद्भावना
| कान्हा
| कैसे भूलूं
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फूलें-फलें और खेलें-खाएं
| भारत की शान बढ़ाऊंगी
| मौन में भी तरन्नुम होता है
| अश्रुधाराओं का सम्मिलन
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एक लहर
| अब तो मेडल-दीप जलेंगे
| पकोड़े
| एक लहर
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बिटिया का फोन
| प्यार की प्यास
| सबसे बड़ा पैक
| समर्पण का सम्मान
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और वे सुधर गए
| समाज फिल्मी है या...
| शीला की जवानी नहीं प्याज
| और उसकी किस्मत का दरवाजा खुल गया
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मिट्टी सोने चांदी से कम नहीं है
| प्रेम प्रभु का वरदान है
| उपहार देना ही नहीं लेना भी एक कला है
| ऐक्यूप्रैशर का जादू
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कभी नहीं भूल पाऊंगी वे 13 रुपये
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अभावों का रंग फीका पड़ गया
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सांप और इनसान
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और वे सुधर गए
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जाको राखे साइयां मार सके ना कोय
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